Bol Ka Bhaw Ba - Pramod Premi Yadav Lyrics
प्रमोद प्रेमी यादव नया गाना Bol Ka Bhaw Ba इस गाने को Pramod Premi Yadav ने गया हे। इस गाने को लिखा हे Krishna Bedardi ने और इस गाने में म्यूजिक आर्य शर्मा ने दिया हे तो चलिए इस गाने को लिरिक्स साथ सुनते हे।
Singer | Pramod Premi Yadav |
Music | Arya Sharma |
Song Writer | Krishna Bedardi |
का भाव बा तोहरा
लीची के हो
लीची के हो
लीची के हो
लीची के हो
लीची के हो
ताजा ताजा फल रसदार बड़ुवे
अबही त गरम बाजार बड़ुवे
बाजार बड़ुवे
बाजार बड़ुवे
ऐ ! ताजा ताजा फल रसदार बड़ुवे
अबही त गरम बाजार बड़ुवे
ऐ ! ताजा ताजा फल रसदार बड़ुवे
अबही त गरम बाजार बड़ुवे
चल ठेला प अकेला लेहब बिछी के हो
चल ठेला प अकेला लेहब बिछी के हो
बोल का भाव बा
तोहरा लिच्ची के हो
बोल का भाव बा तोहरा लिच्ची के हो
का भाव बा तोहरा
लीची के हो
तोहरा ला आइटम के मोल नईखे
मन भर लेल कवनो झोल नईखे
झोल नईखे
अरे अच्छा
तब तोहार का प्राइज बा
बोल का भाव बा तोहरा लिच्ची के हो
का भाव बा तोहरा
लीची के हो
तोहरा ला आइटम के मोल नईखे
मन भर लेल कवनो झोल नईखे
झोल नईखे
अरे अच्छा
तब तोहार का प्राइज बा
टोवे द रानी ज्यादा पाकल बा का
देखे द दाँते से काटल बा का
केहू गलत ना कहे अपना चीझ के हो
केहू गलत ना कहे अपना चीझ के हो
बोल का भाव बा तोहरा लिच्ची के हो
बोल का भाव बा तोहरा लिच्ची के हो
का भाव बा तोहरा
लीची के हो
लीची के हो
लीची के हो
कृष्णा बेदर्दी आ प्रमोद जी
जनि चुवाव रस खोद खोद जी
हेलो
आपको घाटा नहीं होगा
एको पाई ना तोहरा घाटा होई
छोड़ देब खाके जदि खाट्टा होई
लीची के हो
कृष्णा बेदर्दी आ प्रमोद जी
जनि चुवाव रस खोद खोद जी
हेलो
आपको घाटा नहीं होगा
एको पाई ना तोहरा घाटा होई
छोड़ देब खाके जदि खाट्टा होई
हाथ भीतरी ले जालु काहे खींची के हो
हाथ भीतरी ले जालु काहे खींची के हो
बोल का भाव बा तोहरा लिच्ची के हो
बोल का भाव बा तोहरा लिच्ची के हो
दे दीजिये नहीं तो सर जायेगा